विचार बीज है। जीवन का स्वरूप उसी की लहराती हुई हरी-भरी फसल है। आशा है अन्न की राशि। मनःक्षेत्र में किन विचारों को स्थान मिले, इसके लिए अत्यधिक सतर्कता की आवश्यकता है। कुछ भी, कैसा भी, बीज बो देने से कुछ भी उग सकता है और उपलब्धि कैसी भी हो सकती है। बीज की ओर से उपेक्षा बरतने वाला किसान अभीष्ट फसल काटने में सफल मनोरथ कैसे होगा ? आर्यसमाज चेरीताल जबलपुर में आर्यसमाज विवाह करने हेतु समस्त जानकारियां फोन द्वारा प्राप्त की जा सकती हैं। विवाह सम्बन्धी जानकारी या पूछताछ के लिए आप मो.- 09300441615 पर (समय - प्रातः 10 बजे से सायं 8 तक) श्री देव शास्त्री से निसंकोच बात कर समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा आपको जिस दिन विवाह करना हो उस मनचाहे दिन की बुकिंग आप फोन पर करा सकते हैं। फोन द्वारा बुकिंग करने के लिए वर-वधू का नाम पता और विवाह की निर्धारित तिथि बताना आवश्यक है। युगलों की सुरक्षा - प्रेमी युगलों की सुरक्षा एवं गोपनीयता की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए तथा माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रेमी युगलों की सुरक्षा सम्बन्धी दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुपालन के अनुक्रम में हमारे आर्य समाज द्वारा विवाह के पूर्व या पश्चात वर एवं वधू की गोपनीयता एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विवाह से सम्बन्धित कोई भी काग़जात, सूचना या जानकारी वर अथवा वधू के घर या उनके माता-पिता को नहीं भेजी जाती है, जिससे विवाह करने वाले युगलों की पहचान को गोपनीय बनाये रखा जा सके, ताकि उनके जीवन की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न न हो सके। 1. वर-वधु दोनों हिन्दू-जैन-बौद्ध या सिक्ख होने चाहिएं। 2. वर-वधु दोनों के जन्म प्रमाण हेतु हाई स्कूल की अंकसूची या कोई शासकीय दस्तावेज तथा पहचान हेतु मतदाता परिचय पत्र या आधार कार्ड अथवा पासपोर्ट या अन्य कोई शासकीय दस्तावेज चाहिए। विवाह हेतु वर की अवस्था 21 वर्ष से अधिक तथा वधु की अवस्था 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। 3. वर-वधु दोनों को निर्धारित प्रारूप में ट्रस्ट द्वारा नियुक्त नोटरी द्वारा सत्यापित शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा। किसी अन्य नोटरी से सत्यापित शपथ पत्र स्वीकार नहीं किये जावेंगे। 4. वर-वधु दोनों की अलग-अलग पासपोर्ट साईज की 6-6 फोटो। 5. दोनों पक्षों से दो-दो मिलाकर कुल चार गवाह, परिचय-पहचान पत्र सहित। गवाहों की अवस्था 21 वर्ष से अधिक हो तथा वे हिन्दू-जैन-बौद्ध या सिक्ख होने चाहिएं। 6. विधवा/विधुर होने की स्थिति में पति/पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र तथा तलाकशुदा होने की स्थिति में तलाकनामा (डिक्री) आवश्यक है। 7. वर-वधु का परस्पर गोत्र अलग-अलग होना चाहिए तथा हिन्दू विवाह अधिनियम के अनुसार कोई निषिद्ध रिश्तेदारी नहीं होनी चाहिए। आर्यसमाज में सम्पन्न होने वाले विवाह "आर्य विवाह मान्यता अधिनियम-1937, अधिनियम क्रमांक 1937 का 19' के अन्तर्गत कानूनी मान्यता प्राप्त हैं। अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट द्वारा वैवाहिक जोड़ों की कानूनी सुरक्षा (Legal Sefety) एवं पुलिस संरक्षण (Police Protection) हेतु नियमित मार्गदर्शन (Legal Advice) दिया जाता है। विशेष सूचना- Arya Samaj, Arya Samaj Mandir तथा Arya Samaj Marriage, Court Marriage और इससे मिलते-जुलते नामों से इण्टरनेट पर अनेक फर्जी वेबसाईट एवं गुमराह करने वाले आकर्षक विज्ञापन प्रसारित हो रहे हैं। अत: जनहित में सूचना दी जाती है कि इनसे आर्यसमाज विधि से विवाह संस्कार व्यवस्था अथवा अन्य किसी भी प्रकार का व्यवहार करते समय यह पूरी तरह सुनिश्चित कर लें कि इनके द्वारा किया जा रहा कार्य पूरी तरह शासन द्वारा मान्य एवं लिखित अनुमति प्राप्त वैधानिक है अथवा नहीं। इसके लिए सम्बन्धित संस्था को शासन द्वारा प्रदत्त आर्य समाज विधि से अन्तरजातीय आदर्श विवाह करा सकने हेतु लिखित अनुमति अवश्य देख लें, ताकि आपके साथ किसी प्रकार की धोखाधड़ी ना हो। "आर्यसमाज संस्कार केन्द्र, चेरीताल, जबलपुर" अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट द्वारा संचालित है। भारतीय पब्लिक ट्रस्ट अधिनियम (Indian Public Trust Act) के अन्तर्गत पंजीकृत अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट एक सामाजिक-शैक्षणिक-धार्मिक-पारमार्थिक ट्रस्ट है। "आर्यसमाज संस्कार केन्द्र चेरीताल" जबलपुर में ट्रस्ट द्वारा संचालित एकमात्र आर्यसमाज संस्कार केन्द्र है। जबलपुर में इसके अतिरिक्त ट्रस्ट का अन्य कोई मन्दिर या शाखा अथवा संस्कार केन्द्र नहीं है। आप यह सुनिश्चित कर लें कि आपका विवाह शासन (सरकार) द्वारा आर्यसमाज विवाह कराने हेतु मान्य रजिस्टर्ड संस्था में हो रहा है या नहीं। आर्यसमाज होने का दावा करने वाले किसी बडे भवन, हॉल या चमकदार ऑफिस को देखकर गुमराह और भ्रमित ना हों। अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें - आर्यसमाज संस्कार केन्द्र राष्ट्रीय प्रशासनिक मुख्यालय ------------------------------------------ Arya Samaj Sanskar Kendra National Administrative Office
विवाह हेतु आवश्यक जानकारी
(समय - प्रातः 10 बजे से सायं 8 तक)
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
जबलपुर शाखा
TFF- 8, समदड़िया काम्प्लेक्स-1
चेरीताल, दमोह नाका के पास
जबलपुर (म.प्र.)
चलभाष क्रमांकः 9300441615
www.aryasamajmpcg.com
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
आर्य समाज मन्दिर, दिव्ययुग परिसर
बैंक कॉलोनी, अन्नपूर्णा रोड
इन्दौर (मध्य प्रदेश) 452009
फोन : 0731-2489383, 8989738486
www.allindiaaryasamaj.com
Akhil Bharat Arya Samaj Trust
Jabalpur Branch
TFF-8, Samdariya Complex-1
Near Damoh Naka
Jabalpur (M.P.) 482002
Helpline No.: 9300441615
www.aryasamajmpcg.com
Akhil Bharat Arya Samaj Trust
Arya Samaj Mandir Annapurna Indore
Narendra Tiwari Marg
Near Bank of India
Opp. Dussehra Maidan
Annapurna, Indore (M.P.) 452009
Tel. : 0731-2489383, 8989738486
www.aryasamajindore.com
प्रार्थना से शरीर एवं मन प्रभावित होते हैं। मन कैसे प्रभावित होता है, इसे मनोवैज्ञानिक परिक्षण से तथा शरीर की जाँच-पड़ताल के लिए हॉर्मोन आदि के अध्ययन से जाना जाता है। वैज्ञानिक कहते हैं कि प्रार्थना करने से शरीर एवं मन में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं, शरीर स्वस्थ होता है एवं मन विकारों से मुक्त होकर सकारात्मक चिंतन करने लगता है। प्रार्थना से आध्यात्मिक प्रगति भी होती है। प्रार्थना सर्वप्रथम प्रारब्ध जाल-जंजाल का परिष्कार करती है तथा पवित्र हुई चेतना को परमचेतना की ओर ले चलती है, उससे जोड़ती है। चेतना का परमात्मचेतना के साथ योग, संयोग एक दिव्य घटना है। इससे ऊर्जा का अक्षय भंडार मानवीय चेतना में समाहित होने लगता है। चेतना जब ऊर्जा का भंडार बन जाती है तो वह चमत्कारी कार्य कर सकती है। अतः प्रार्थना से चमत्कार घटित होते हैं।
प्रार्थना से अनेक लौकिक एवं अलौकिक उपलब्धियाँ हस्तगत होती हैं। प्रार्थना में सभी समस्याएँ पूर्ण होती हैं, अंतर तृप्त होता है; बशर्ते कि वह दिल की गहराई से की गई हो। अतः हम भी अपने जीवन में अलौकिक परिवर्तन चाहते हैं तो हमें पवित्र भाव से प्रार्थना करनी चाहिए। इसमें बड़ा बल है। प्रार्थना हमारे एवं जिसके लिए की जाती है, उसके जीवन में अभीष्ट परिवर्तन ला सकती है। अतः परमप्रभु का स्मरण करना चाहिए, नित्य प्रार्थना करनी चाहिए। जीवन एक खेत है। उसमें प्रगति और सफलता की फसल उगाई जानी है तो ऐसे विचारों का मनःक्षेत्र में आरोपण करना चाहिए, जो प्रगति के लिए आवश्यक शक्ति का उद्भव कर सकें। सहस और पुरुषार्थ के बिना किसी को आगे बढ़ सकना संभव नहीं। आलस्य और अनियमितता का अवरोध रहते, कोई व्यक्ति किसी प्रयोजन में सफल नहीं हो सकता। इन दुर्बलताओं को हटाने के लिए खेत में खर-पतवार उखाड़ने जोतने की तरह हमें किसान का अनुकरण करना होगा।
Search Terms :
Arya Samaj Jabalpur (9300441615) | Arya Samaj Mandir Jabalpur Madhya Pradesh | Arya Samaj Mandir Marriage Jabalpur | Aryasamaj Mandir Helpline Jabalpur | inter caste marriage Jabalpur | inter caste marriage promotion for prevent of untouchability in Jabalpur | arya samaj marriage Jabalpur | arya samaj marriage rules Jabalpur | Arya Samaj Marriage Guidelines Jabalpur Madhya Pradesh.
Jabalpur Arya Samaj Area -
Abhana, Achalauni, Adarsh Nagar, Adhartal, Agariya, Agasi, Agasod, Ahmadpur, Ahrora, Akauna, Akola, Alasur, Algoda, Amadogri, Amahinota, Amakhoh, Amanala, Amarpur, Amatitaha, Amauda, Amee, Amera, Amgawan, Amhai Deori Ryt., Amheta, Amjhar, Amkheda, Amkhera Road, Amna, Amthera Ryt., Andhar, Andhuwa, Andiya, Anghora, Anuradha Colony, Archha, Ashok Vihar, Atariya, Atha Kheda, Awadhpuri Colony, Babaiya, Badera Kalan, Badhaigarh Mal (Mahua Tola), Badhaigarh Ryt., Badhaiya Kheda, Badi Omti, Badiwara, Badjhar Mal, Badjhar Ryt., Badkheda, Badkhera, Badkhera (Gangai), Bagaswahi, Badkhera Mal, Badkur, Badua, Bagdhari, Bagheli, Baghoda, Baghodi, Baghraji, Bagrai, Bahdan, Bahnapani (Bihnapani), Bahoripar, Bai Ka Bageecha, Baihar Kalan, Baijala, Bairagi, Balhwara, Bambawari, Bamhani, Bamhanoda, Bamhauri.
Arya Samaj Mandir marriage consultants in Jabalpur | arya samaj wedding rituals Jabalpur | legal arya samaj wedding Jabalpur | arya samaj shaadi Jabalpur | Arya Samaj Wedding Ceremony Jabalpur | Arya Samaj Legal marriage service Jabalpur | Arya Samaj Pandits Jabalpur | Arya Samaj Pandits for marriage Jabalpur | Arya Samaj Temple Jabalpur | Arya Samaj Pandits for Havan Jabalpur | Arya Samaj Pandits for Gayatri Havan Jabalpur | Vedic Pandits Helpline Jabalpur | Hindu Pandits Helpline Jabalpur | Pandit Ji Jabalpur | Arya Samaj Intercast Matrimony Jabalpur Madhya Pradesh.
Bamhnodi, Bamhori, Bamuraha Hinota, Bamuriya, Bandar Kola, Bandariya, Bandarkola, Bandha, Bandhi, Banjar Bughari, Bankhedi, Banki Mal, Banwar, Bar, Barauda, Barauda Mal, Barbaspur (Bichhiya), Barbaspur (Manikpur), Barbata, Barbati, Bardahri, Barela, Bareli, Bareli Pathar, Barga Ryt., Bargaon Mal (Karondi), Bargawan, Bargawan Darachi, Bargi, Barha, Barhi, Barkahhar, Barkheda, Barmhan, Barne, Baroda, Baroda Chhedi, Basan, Basaniya, Basanpani, Basendi, Basha, Basiya, Bastara Mal. (Barga), Bastara Ryt. (Khair Bhagadu), Batai, Batrangi, Beeja, Birner, Bela, Belkhadu, Belkhedi Chapod, Benikheda, Beohari, Beragi, Bhadam Kalan, Bhadam Khurd, Bhadamsani, Bhadarwara, Bhadkura, Bhadpura, Bhadri, Bhairoghat, Bhaisdehi, Bhaiswahi, Bhajiya, Bhakaliya, Bhamha Mal., Bhamka, Bhamki, Bhandra, Bhanguwan, Bhanpura, Bharatpur, Bharauthi Mal., Bharda.
Arya Samaj Hindu Temple Jabalpur | Hindu Matrimony Jabalpur | Arya Samaj Helpline Jabalpur | Arya Samaj Mandir Helpline Jabalpur Madhya Pradesh | वेद | महर्षि दयानन्द सरस्वती | विवाह समारोह | हवन | आर्य समाज पंडित | आर्य समाजी पंडित | अस्पृश्यता निवारणार्थ अन्तरजातीय विवाह जबलपुर | आर्य समाज मन्दिर जबलपुर | आर्य समाज मन्दिर विवाह जबलपुर | वास्तु शान्ति हवन | आर्य समाज मन्दिर जबलपुर मध्यप्रदेश | आर्य समाज विवाह मध्यप्रदेश भारत
Bhardwara Mal, Bharra Dhimra, Bhartari, Bhatauli, Bhatgawan, Bhatuli, Bhatwara Mal, Bhautiya, Bheda Ghat, Bhidari Kalan, Bhidki, Bhikampur, Bhikha Kheda, Bhilauda, Bhimdongri Mal, Bhimpar, Bhita, Bhita (Karondi), Bhita Kalan, Bhita Khurd, Bhoka Deori, Bhorda, Bhorha, Bhotadon, Bhotiya, Bhutehi, Bhutehi (Ghutehi), Bhuwara, Bichhiya, Bichua, Bichuwa, Bihar, Biharipura, Bihariya, Bijaiya, Bijapuri, Bijaura, Bijauri, Bijauri Mal, Bijauri Ryt., Bijha, Bijhna, Bijhuwa, Bijna, Bijori (Gangai), Bilgada, Bilgaon, Bilgarha Mal, Bilgawan, Bilha, Bilhari, Bilkharwa, Bil Pathar, Bilpura, Bilsara, Biltukri (Biltikuri), Binaika, Binaiki, Binduli, Biriya, Biruhala, Biruwa, Bisanpura, Bishanpura.
Bisi, Biwsa, Bodi, Boriya, Budbudi, Budeli, Budhari, Budhi, Budhi Koni, Budhra, Budhri, Budhuwa, Budrai, Budwani, Burmawah, Byadhkheda, Cantt, Chanderi, Chandpura Mal, Chandpura Ryt., Chandwa, Chandwahi, Changawan, Channota, Chanti, Chanti Mal (Dhangaon), Chapod, Chargaon (Chandpura), Chargaon Mal, Chargaon Ryt., Chargawan, Charghat, Charguwan, Charguwan (Akauna), Charkhi, Chaukhada, Choukital, Chaura Mal, Chaura Ryt., Chaurai Kalan, Chaurai Khurd, Chhapara, Chhapra, Chhapra Mal, Chhapra Ryt., Chhaprat, Chhapri, Chhatarpur, Chhattarpur, Chhedi, Chhina Mani, Chhirpani, Chhita Khudri, Chhitapal, Chhitapar.
परमात्मा के अनेक गुणवाचक नाम महर्षि दयानन्द ने ऋग्वेद के 7वें मंडल के 61वें सूक्त के दूसरे मंत्र तक और माध्यन्दिन शुक्ल यजुर्वेद संहिता के सम्पूर्ण मंत्रों का भाष्य किया। उससे पूर्व उवट, महीधर और सायण इस का भाष्य कर चुके थे। उवट और महीधर के भाष्य मुख्य रूप से कात्यायन- श्रौतसूत्र में विनियोजित कर्मकाण्ड का अनुसरण करते हैं और सायण के भाष्य भी इसी...