शिक्षा प्रणाली
पुरातनकाल के सतयुगी वातावरण को वापस लाने के लिए हमें सुसंस्कारिता का वातावरण पुनः बनाना होगा। यह कहीं बाजार में नहीं बिकती और न पेड़ों पर लगती है। इसके लिए व्यक्तित्व को गढ़ने-ढालने वाली शिक्षा-प्रणाली को फिर से लागु करना होगा। तभी ऐसे व्यक्ति उपजेँगे एवं पनपेंगे, जिनका कार्यक्षेत्र सज्जनों से घिरा और शालीनता की विचारधारा से भरा होगा। पहले घर-परिवार एवं समाज इसी विशेषता से भरे-पुरे थे। उनके सामने ऐसा चिन्तन रहता था, जिसके कारण आदर्शवादिता उनके कार्यों में घुली रहती थी। एक-दूसरे को ऊँचा उठाने, आगे बढ़ाने, औरों के लिए समय निकालने, ध्यान देने की अनिवार्यता सभी के जीवन में थी। अब यह परम्परा एक तरह के समाप्त हो गयी।
To bring back the golden age atmosphere of ancient times, we have to re-create an environment of good culture. It is not sold anywhere in the market nor does it grow on trees. For this, the education system which molds personality has to be re-implemented. Only then such people will grow and flourish, whose workplace will be surrounded by gentlemen and filled with the ideology of decency. Earlier, the home, family and society were full of this specialty. He used to have such thinking in front of him, due to which idealism used to dissolve in his works. It was imperative in everyone's life to lift each other up, to move forward, to take time for others, to pay attention. Now this tradition has come to an end in a way.
Education System | Arya Samaj Jabalpur, 8120018052 | Arya Samaj Hindu Temple Jabalpur | Arya Samaj Marriage Guidelines Jabalpur | Arya Samaj Inter Caste Marriage Jabalpur | Arya Samaj Marriage Jabalpur | Arya Samaj Vivah Mandap Jabalpur | Inter Caste Marriage Helpline Jabalpur | Marriage Service in Arya Samaj Mandir Jabalpur | Arya Samaj Intercaste Marriage Jabalpur | Arya Samaj Marriage Pandits Jabalpur | Arya Samaj Vivah Pooja Jabalpur | Inter Caste Marriage helpline Conductor Jabalpur | Arya Samaj Vivah Jabalpur | Inter Caste Marriage Jabalpur | Marriage Service by Arya Samaj Mandir Jabalpur | Arya Samaj Marriage Helpline Jabalpur | Arya Samaj Vivah Lagan Jabalpur | Inter Caste Marriage Consultant Jabalpur | Marriage Service in Arya Samaj Jabalpur
परमात्मा के अनेक गुणवाचक नाम महर्षि दयानन्द ने ऋग्वेद के 7वें मंडल के 61वें सूक्त के दूसरे मंत्र तक और माध्यन्दिन शुक्ल यजुर्वेद संहिता के सम्पूर्ण मंत्रों का भाष्य किया। उससे पूर्व उवट, महीधर और सायण इस का भाष्य कर चुके थे। उवट और महीधर के भाष्य मुख्य रूप से कात्यायन- श्रौतसूत्र में विनियोजित कर्मकाण्ड का अनुसरण करते हैं और सायण के भाष्य भी इसी...